Friday 23 November 2018

असम की गरीबी के 5 मुल कारन - परिचय (Assam ki Garibi ki 5 Mul Karan- Introduction)


असम की गरीबी के 5 मुल कारन - परिचय (Assam ki Garibi ki 5 Mul Karan- Introduction)

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दुनिआ का हर एक समाज कभी भी एक समान नही बन सकता। जिस तरह एक हाथ के पाचो ऊँगली एक समान नही बन सकता,  उसी तरह दुनिआ का हर एक समाज कभी भी एक समान नही हो सकता है।

बाट को अगर आप संकीर्ण करके देखोगे तो आपको पता चलेगा की एक समाज के अंदर भी बहुत सारे समाज होते हैं जिसमे बहुत सारे असमानताए भी होती है। ये उसी की भाटी है जिस तरह आज भारत देश बहुत आगे बढ़ रहा है लकिन भारत देश के ही एक महत्वपूर्ण अंश स्वोरुप असम राज्य बहुत ही पीछे रह गए है।

अगर हम आज की भारत राष्ट्र की बात करे तो आपको पता चलेगा की आज ये देश बहुत ही आगे बढ़ रहा है। लकिन इसी देश का राज्य असम आज भी देश का पांचवा सबसे गरीब राज्य है भला ऐसा क्यों होता है या क्यों हो रहा है। क्या आपको जानने की इच्छा नहीं होती ?

अगर होती है तो इस लेख में हम आपको बताएँगे पांच ऐसे मूल कारन जिसके वजह से असम राज्य आज भी गरीब राज्यों की गिनती में सबसे ऊपर आते है।

तो चलिए बिना देर किए इस कारणों को पांच भागो में बाटकर अध्ययन करते है।



भारत के असम राज्य की गरीबी के 5 मुल कारन (Bharat ke Assam Rajya  ki Garibi ke 5 Mul Karan)


1. सबसे पहला कारन तो है इस राज्य की जनसंख्या। अगर आप असम राज्य की जनसंख्या बृद्धि को देखोगे तो आपको पता चलेगा की कितनी तेजी के साथ इस राज्य में जनसंख्या बढ़ रहा है।

लकिन एहि पर एक ध्यान रखने वाली बात यह है की यहा के लोगो का जो जन्म परिमाण होता है वो नहीं बढ़ रहा , बल्कि बढ़ रहा है असम राज्य में अबाध अनुप्रबेश। अगर आप असम राज्य की जनसंख्या देखोगे तो आपको पता चलेगा की इस राज्य में बांग्लादेशी लोगो की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

हर साल इस राज्य में लाखो की ताताद में बांग्लादेशी अनुप्रबेश होती है।  जिसके कारन राज्य में जनसंख्या दिन व दिन बढ़ती ही जा रही है तथा बहुत सारे सम्पद राज्य में होकर भी ये राज्य आज भी गरीब जैसा ही है।  क्योकि जिस तरह जनसंख्या बढ़ रहा है उस तरह उद्पादन नहीं हो रही है तथा बितरण भी कम हो रही है।



2 . दूसरा बड़ा कारन है यहा के लोगो का सोच। अगर हम ध्यान से देखे तो हमको पता चलेगा की असम राज्य का ज्यादातर लोग अन्धबिस्वासी है। किसी समय किसी काम को करने से पहले ये लोग हमेशा ही किसी अंधबिस्वास को प्राधान्य देते है। जैसे की अम्बुबासी मेला के दौरान जब यह के लोग ये मानते है की कामाख्या मंदिर में कामाख्या देवी अपनी मासिक धर्म का पालन कर रही  है। तो वो लोग इस समय कोई भी दूसरा ,काम करने की कोसिस नहीं करते जैसे की खेती करना, पेड़ो से फल-सब्जी तोडना, धन आहरण के लिए व्यब्साई करना इत्यादि।

ये भी एक अन्यतम कारन है जिसके वजह से असम आज गरीब है।


3. असम की शिक्षा व्यवस्था दराचल किसी नए सोच को प्राधान्य नहीं देता, हमेशा ही लोगो को ये मानने के लिए बाध्य करवाता है की समाज जैसे चल रहा है उसी तरह चलता रहना चाहिए।

यहा का शिक्षा नए अबिष्कार से सम्पूर्ण बिपरीत है। इसीलिए आज असम के लोग व्यवसाई करने के प्रति ज्यादा ध्यान नहीं देते बल्कि देते है केबल सरकारी नौकरी ढूंढ़ने के ऊपर।

व्यबसाइक प्रगति ना होने के कारन भी आज असम गरीब राज्य है। दराचल एक राज्य की प्रगति निर्भर करता है उस राज्य में कितने ज्यादा लोग व्यवसाई है इसके ऊपर। अगर बड़े व्यवसाई ही नहीं होगा तो एक राज्य कैसे आगे बढ़ेगा।



4 . दुर्नीति , असम राज्य भारत के बिहार राज्य के बाद दुर्नीति के मामले में राजा है। आज तक दुनिआ में कोई भी इतिहास नहीं लिखा है की एक राज्य दुर्नीति के साथ आगे बढ़के उन्नत राज्य बना है।

असम राज्य में दुर्नीति का कुछ बड़े बड़े उदहरण इस तरह के रहे : - APSC SCAM 2016, IRRIGATION SCAM  इत्यादि।

एक राज्य को गरीब करने में दुर्नीति भी एक बहुत बड़ा कारक की भूमिका पालन करता है।


5 . असम राज्य की अगर राजनैतिक स्थिति देखा तो आपको पता लगेगा की असम में लोकसभा सीट जो है वो मात्रा 14 ही है। लकिन अगर आप असम और उत्तर-पूर्बी भारत को छोड़के देश के अन्यान्य राज्य को देखोगे तो उनमे सीटों की संख्या बहुत ही ज्यादा है। जिसके कारन केंद्र में जो सरकार आते है वो असम तथा उत्तर-पूर्बी भारत के प्रगति को ज्यादा ध्यान में नहीं रखता, जिसके वजह से ये सरे राज्य पीछे रह जाते है।

और परिणाम स्वोरुप मिलते है गरीबी।

मई सोचता हूँ असम की गरीबी के ये भी एक अन्यतम कारन है।